Friday, November 22, 2019

क्या टेस्ट क्रिकेट बदल जाएगा?

जाने-माने पत्रकार विजय लोकपल्ली कहते हैं, "लोगों ने कई वर्षों तक टेस्ट क्रिकेट का जमकर लुत्फ़ उठाया है लेकिन जैसे बाकी चीज़ें बदलती हैं, वैसे ही क्रिकेट भी बदला है.
इस मैच के आख़िर में हमें पता चल जाएगा कि भारतीय प्रशंसक क्रिकेट के इस नए रूप का स्वागत कर रहे हैं या नहीं."
क्या पिंक बॉल और डे-नाइट मैच ज़्यादा दर्शकों को आकर्षित करेगा?
इसके जवाब में लोकपल्ली कहते हैं, "ऐसी चर्चा थी कि अगर खिलाड़ियों की पोशाक में बदलाव हो, पिंक बॉल लाई जाए और डे-नाइट मैच करवाए जाएं तो टेस्ट मैचों में ज़्यादा दर्शक जुटाए जा सकेंगे. लेकिन मुझे इसे लेकर संदेह है. ये ज़रूर हो सकता है कि इन सबसे टीवी पर मैच देखने वालों की संख्या में इजाफ़ा हो जाए. दूसरी तरफ़, टीवी पर मैच देखने वाले की संख्या में बढ़ोत्तरी ही असल में टेस्ट मैच के दर्शकों में संख्या में गिरावट की वजह है."
लोकपल्ली कहते हैं, "हाल ही में हुई ऐशेज़ सिरीज़ और भारत-इंग्लैंड की सिरीज़ देखने के लिए स्टेडियम में अच्छी-ख़ासी तादाद में लोग आए. दर्शकों की संख्या कॉम्पिटिशन और खेलने वाली टीमों के क्लास पर निर्भर करती है. मैच का समय बदल देना और गेंद का रंग बदलने से खेल के साथ इंसाफ़ नहीं होगा. अगर बदलावों से खेल की गुणवत्ता बेहतर होती है तो इनका स्वागत है लेकिन टेस्ट क्रिकेट के क्लासिक तौर-तरीकों को बदलकर इसे लोकप्रिय बनाने की कोशिश दुख पहुंचाती है. "
चूंकि इस सिरीज़ में भारत मज़बूत स्थिति में है इसलिए विजय लोकपल्ली मानते हैं कि कोलकाता में होने वाले मैच में भी भारतीय टीम हावी रह सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि पिंक बॉल की 'ब्लैक सीम' गेंदबाजों के लिए मुश्किल पैदा सकती है.
भारत के पूर्व फ़ॉस्ट बॉलर और अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले मदन लाल का मानना है कि भारत में होने वाला पहला डे-नाइट टेस्ट मैच दिलचस्प होगा.
उन्होंने कहा, "इस सिरीज़ में भारत के तेज़ गेंदबाज अच्छी लय में हैं. वो पिंक बॉल का अच्छा इस्तेमाल कर सकते हैं कि इसकी काली सीम को देख पाना बांग्लादेशी क्रिकेटरों के लिए मुश्किल होगा. इसके अलावा पिंक बॉल में बहुत ज़्यादा मूवमेंट होता है इसलिए शाम की ओस की वजह से स्पिनर्स को परेशानी हो सकती है. हालांकि अश्विन जैसे अच्छे स्पिनर्स के लिए ये कोई चुनौती नहीं होगी."
टेस्ट क्रिकेट में हुए नए बदलावों के बारे में मदन लाल ने कहा, "डे-नाइट मैच साल 2015 से खेले जा रहे हैं. इसे डे क्रिकेट की जगह लेने में अभी बहुत वक़्त लगेगा. बदलावों को रोका नहीं जा सकता लेकिन सिर्फ़ लोकप्रियता के लिए किए जाने वाले बदलावों को उचित नहीं कहा जा सकता."
भारत, बांग्लादेश के साथ हो रही इस सिरीज़ में 1-0 से आगे है. इंदौर में हुए पहले टेस्ट में इसने बांग्लादेश को एक पारी और 130 रनों से हरा दिया था.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि पिंक बॉल टीम के लिए एक चुनौती होगी. कोहली ने ये भी कहा कि पहला डे-नाइट मैच एक यादगार मौका होगा.
भारत में टेस्ट क्रिकेट बड़े बदलावों के दौर से गुज़र रहा है. लेकिन क्या ये बदलाव टेस्ट क्रिकेट को बदल देंगे? जानकारों का कहना है कि इसका जवाब आने वाले वक़्त में ही मिल पाएगा.